हर महीने ₹3000 रुपए की एसआईपी करें और इतने सालों में 1 करोड़ का रिटर्न पाएं SIP Investment

SIP Investment: अगर आप भी चाहते हैं कि आने वाले कुछ सालों में करोड़पति बन जाएं, तो इसके लिए जरूरी नहीं कि आप लाखों रुपए एक साथ निवेश करें। अगर आप हर महीने सिर्फ ₹3000 रुपए की छोटी-सी रकम बचाकर सही जगह लगाते हैं, तो लंबी अवधि में यह रकम करोड़ों में बदल सकती है। म्यूचुअल फंड की एसआईपी यानी Systematic Investment Plan ऐसा ही एक तरीका है, जिससे आम आदमी भी करोड़पति बनने का सपना पूरा कर सकता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि अगर आप ₹3000 रुपए की एसआईपी 27 साल तक करते हैं और 15% सालाना ब्याज दर मिलती है, तो आपको करीब ₹1,00,48,209 रुपए का फंड मिल सकता है। आइए जानते हैं कैसे।

क्या है SIP (एसआईपी)?

एसआईपी यानी Systematic Investment Plan म्यूचुअल फंड में निवेश करने का एक आसान तरीका है। इसमें आपको एक साथ बड़ी रकम नहीं लगानी होती, बल्कि हर महीने छोटी-छोटी किश्तों में निवेश करना होता है। जैसे कुछ लोग हर महीने 3000 या 5000 रुपए खर्चों से बचाकर एसआईपी में लगाते हैं। धीरे-धीरे यही छोटी राशि बड़ा फंड बना देती है।

एसआईपी में आपका पैसा हर महीने म्यूचुअल फंड में निवेश किया जाता है, जो शेयर बाजार में काम करता है। जब बाजार ऊपर जाता है, तो आपके यूनिट्स की वैल्यू बढ़ती है और समय के साथ आपकी रकम बढ़ती जाती है। यह निवेश करने का सबसे अनुशासित और सुरक्षित तरीका माना जाता है, क्योंकि इसमें हर महीने तय रकम अपने आप कट जाती है और आपको अलग से कुछ करने की जरूरत नहीं होती।

कैसे काम करती है SIP?

एसआईपी में हर महीने जो राशि आप लगाते हैं, उस पर आपको कंपाउंड इंटरेस्ट यानी चक्रवृद्धि ब्याज का फायदा मिलता है। मतलब ब्याज पर भी ब्याज जुड़ता रहता है। यही वजह है कि लंबी अवधि में एसआईपी की ताकत बहुत बढ़ जाती है।

मान लीजिए आपने ₹3000 की एसआईपी शुरू की है और उसे लगातार 27 साल तक चलाते हैं। इस दौरान आपकी कुल निवेश राशि ₹9,72,000 रुपए होगी। अब अगर आपको इस पर 15% सालाना रिटर्न मिलता है, तो अंत में आपका फंड लगभग ₹1,00,48,209 रुपए का हो जाएगा। यानी सिर्फ 9.72 लाख लगाकर आप 90 लाख से ज्यादा का मुनाफा कमा सकते हैं।

क्यों करनी चाहिए SIP?

एसआईपी का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें जोखिम कम और मुनाफा ज्यादा होता है। क्योंकि आप हर महीने समान रकम निवेश करते हैं, इसलिए बाजार ऊपर या नीचे जाने का असर औसतन कम पड़ता है। इसे “रुपया लागत औसत” (Rupee Cost Averaging) कहा जाता है।

इसके अलावा, एसआईपी में एक अनुशासन भी आता है। कई लोग पैसे बचाना तो चाहते हैं लेकिन बचा नहीं पाते। एसआईपी में एक बार सेटअप करने के बाद हर महीने ऑटोमैटिक निवेश हो जाता है, जिससे धीरे-धीरे एक बड़ी रकम इकट्ठी हो जाती है।

कैसे करें SIP में निवेश?

एसआईपी शुरू करने के लिए सबसे पहले आपको किसी म्यूचुअल फंड कंपनी या बैंक में खाता खोलना होगा। आप चाहे तो यह प्रक्रिया ऑनलाइन भी पूरी कर सकते हैं। आजकल Zerodha, Groww, Kuvera, Paytm Money जैसे कई प्लेटफॉर्म्स हैं जहां कुछ ही मिनटों में एसआईपी शुरू की जा सकती है।

आपको बस एक KYC प्रक्रिया पूरी करनी होती है जिसमें पैन कार्ड, आधार कार्ड और बैंक डिटेल्स की जरूरत होती है। उसके बाद आप यह तय कर सकते हैं कि किस म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेश करना है और हर महीने कितनी राशि लगानी है।

₹3000 की एसआईपी से 27 साल में बनेगा ₹1 करोड़?

अब बात करते हैं असली कैलकुलेशन की। मान लीजिए आप हर महीने ₹3000 रुपए निवेश करते हैं और ब्याज दर 15% सालाना है। अब 27 साल के बाद आपका निवेश इस तरह बढ़ेगा।

यहां देखा जा सकता है कि सिर्फ ₹9.72 लाख की रकम से आप एक करोड़ से ज्यादा का फंड बना सकते हैं। यह म्यूचुअल फंड की ताकत है, जो समय के साथ आपके पैसे को कई गुना बढ़ा देता है।

अगर कोई व्यक्ति यही एसआईपी 30 साल तक जारी रखता है, तो यह फंड लगभग ₹1.57 करोड़ रुपए तक पहुंच सकता है। इसलिए कहा जाता है कि जितनी जल्दी निवेश शुरू करें, उतना ज्यादा फायदा होता है।

डिस्क्लेमर:
यह लेख केवल जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। म्यूचुअल फंड निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है। निवेश करने से पहले किसी वित्तीय सलाहकार से परामर्श जरूर करें और स्कीम के दस्तावेज ध्यान से पढ़ें।

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